दीपावली: नारी शक्ति की महिमा का उत्सव
दीपावली के पावन अवसर पर, कल्पी दुबे जी ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है:
“दीपावली के पांच दिनों में नारी शक्ति का विशेष महत्व है। हमें सबसे पहले नारियों का सम्मान करना चाहिए, उसके बाद यह पाचों दिनों का पूजन अवश्य करना चाहिए।”
राजनंदगांव : दीपावली के पांच दिनों का महत्व:
1. धन्वंतरी माता की पूजा: स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना।
2. रूप चौदस (माँ यमुना की पूजा): सौंदर्य और शुद्धता की कामना।
3. माँ लक्ष्मी की पूजा: धन और समृद्धि की कामना।
4. भगवान श्री कृष्ण जी गोवर्धन पूजा: भगवान कृष्ण की विजय और समृद्धि की कामना।
5. भाई दूज: नारी शक्ति का सम्मान और भाई-बहन के प्यार का जश्न।
कल्पी दुबे जी का संदेश:
“नारी शक्ति का सम्मान करना हमारे समाज की आधारशिला है। आइए इस दीपावली पर नारी शक्ति का सम्मान करने का संकल्प लें और एक बेहतर समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं।”
आपके शब्दों में नारी शक्ति के प्रति सम्मान और आदर की भावना स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। आपका संदेश दीपावली के त्योहार को और भी अर्थपूर्ण बनाता है।
“जहाँ नारियों का सम्मान होता है, वहीं पे देवता निवास करते हैं।”
यह संदेश हमें याद दिलाता है कि नारी शक्ति का सम्मान करना हमारे समाज की आधारशिला है। दीपावली के इस पावन अवसर पर, हमें नारी के प्रति श्रद्धा, भाव, और विश्वास रखने का संकल्प लेना चाहिए।
आइए इस दीपावली को शांतिप्रिय और शालीनता से मनाएं, और नारी शक्ति का सम्मान करने का संकल्प लें।