अम्बेडकर महाविद्यालय में जनजातीय समाज पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन
डोंगरगांव : शासकीय महाविद्यालय डोंगरगांव में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. (श्रीमती) बी.एन. मेश्राम ने संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुऐ उद्बोधन में कहा कि आदिवासियों के लिए जल, जंगल और जमीन काफी अहमियत रखती है। आदिवासियों का रहन सहन, अस्त्र, शस्त्र, आभुषण, संस्कृति व शिक्षा, भोजन पूर्णरूप से प्रकृति और जंगल पर आधारित होता है। मुख्य वक्ता श्री राजीव शर्मा, प्रान्त प्रचार प्रमुख वनवासी विकास समिति छ.ग. ने जनजातीय समाज के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और गौरवशाली अतीत पर चर्चा किया। संगोष्ठी में स्त्रोत वक्ता डॉ. ए.के. धमगाये सहायक प्राध्यापक ने जनजातीय समाज के सामाजिक एवं आध्यात्मिक पृष्ठभूमि पर व्याख्यान प्रस्तुत किये। श्रीमती प्रियांकी गजभिये सहायक प्राध्यापक ने अपने वक्तव्य में आदिवासी विद्रोह और आंदोलनों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दिये। संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री नंदेश्वर श्रीवास्तव, श्री योगेश पटेल अध्यक्ष जनभागीदारी समिति और श्री संदीप जैन समाजिक कार्यकर्ता ने इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में स्नातकोत्तर विभाग के विद्यार्थीगण जनजातीय वेशभूषा में शामिल हुये। श्रीमती नम्रता देवांगन विभागाध्यक्ष गृह विज्ञान के मार्गनिर्देशन में छात्राओं ने मुठिया, चाकोली, चौसेला, दैहरोरी, उड़द बड़ा, ठेठरी, खुरमी, फरा, गुलगुला, सोहारी रोटी, अईरसा रोटी, बोरे बासी और अन्य स्वादिष्ट जनजातीय व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई।
जनजातीय कलाकृति विषय पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान शिवानी साहू, द्वितीय स्थान डोमेश्वरी व तृतीय स्थान श्वेता कुरेटी ने प्राप्त किया।
जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम अरूणा खरे, द्वितीय डेमिन पुजारी तृतीय स्थान पर अंजली साहू रही। जनजातीय संस्कृति एवं कला पर आधारित नृत्य प्रतियोगिता में एन.एस.एस गु्रप प्रथम, कुसुम व समूह द्वितीय और मोनिका व रसायनशास्त्र समूह तृतीय स्थान पर रही। कार्यक्रम में एम.एस.सी. प्राणीशास्त्र की छात्रा अरूणा ने आदिवासी संस्कृति पर बहुत ही रोचक प्रस्तुतीकरण प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत किया। संगोष्ठी का संचालन श्री एकलव्य साहू ने किया। संगोष्ठी की संयोजक सुश्री रेणुका ठाकुर, सह संयोजक श्री गौतम कुमार नेताम, कार्यक्रम जिला संयोजक श्री गणेश कुमार नेताम और आयोजक समिति के सदस्य रामचन्द्र भार्गव, चिम्मन वर्मा, कमलेश टेम्बुलकर, जॉनसन प्रसाद चौधरी, पवन देवांगन, अर्चना देवांगन, नूतन साहू, प्रशांत देवांगन ने अपना अमूल्य योगदान दिया।