राजनांदगांव :- ग्राम पंचायत बासुला में बाबा गुरू घासीदास जी के द्दितीय सुपुत्र राजा गुरु बालक दास जी की 229 वीं जयंती समारोह का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया । इस अवसर पर सतनाम के संदेश को फैलाने के लिए ग्राम करेला व पदुमतरा के पंथी पार्टी ने पूरे गाँव में अपनी प्रस्तुति दी । और जैतखाम में पूजा अर्चना की ।कार्यक्रम में ग्रामवासी और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए ।इस अवसर पर जिला सतनामी सेवा समिति राजनांदगांव के पूर्व कोषाध्यक्ष श्री मलिखम कोसरे ने अपने उद्बोधन मे कहा । है लहू जिनका मेरी रंगों में ,तेवर भी उन्हीं का वरदान है ,शान से जीना सिखाया जिसने, राजगुरु बालक दास उनका नाम है । कोसरे ने कविता के माध्यम से कहा काश्मीर को प्राकृतिक सौंदर्य का ताज करते हैं , कर्म दिखाई कौशल से जबांज कहते हैं ,मिटा दिए माया मोह समर्थक बंधन अपने जीवन से छत्तीसगढ़ के उस अनमोल रत्ना को राजा गुरु बालक दास कहते हैं । नव जागरण नवा बिहान सबो बनव सियान के सिद्धांत पर चलकर संत समाज में सतनाम के प्रचार प्रसार की अपील की । राजा गुरु बालक दास जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके महान योगदान की चर्चा की। ग्राम के नव नियुक्त भंडारी श्री लतखोर महिलांगे ने गुरु घासीदास बाबा जी के मानव मानव एक समान के सिद्धांतों का पालन करने और समाज में एकता बनाए रखने का आह्वान किया । समाज सेवक श्री चितर कोसरे ने हर साल जयंती समारोह आयोजित करने और आर्थिक सहयोग प्रदान करने की बात कही । इस आयोजन में भंडारी श्री लतखोर महिलांगे, मलिखम कोसरे, सुरेंद्र साण्डे ,मनहरण कोसरे,भगवानी पाटिला, उत्तम बंजारे ,विक्रम कोसरे,भागचंद बघेल , दिलीप कोसरे, संतोष महिलांगे , सुकालू मांडले,चितर राम कोसरे, विनोद कुमार साण्डे, ललित कोसरे, जीवन कोसरे, बिसहत कोसरे, बाबुलाल बघेल, कन्हैया कुर्रे तुलसी खरे , समेत सतनामी समाज के महिला पुरूष और ग्रामवासी गन उपस्थित रहे।
